क्या डाइट में सुधार करके ट्यूबल ब्लॉकेज की समस्या से निजात पाई जा सकती है ?
आज के समय में बांझपन की घटनाएं बढ़ रही हैं और यह स्थिति पुरुषों और महिलाओं दोनों में आम है। विभिन्न शारीरिक और अन्य स्वास्थ्य समस्याएं जैसे ओव्यूलेशन विकार, कम शुक्राणुओं की संख्या, खराब शुक्राणु / अंडे का स्वास्थ्य, बंद फैलोपियन ट्यूब, एंडोमेट्रियोसिस, पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम (पीसीओएस), एसटीआई (यौन संचारित संक्रमण), तनाव, जीवन शैली की बीमारियां, खाने के विकार आदि सभी इनफर्टिलिटी के लिए जिम्मेदार है।
फैलोपियन ट्यूब महिला प्रजनन प्रणाली का एक हिस्सा हैं और जहां sperm and eggs निषेचन के लिए मिलते हैं। एक बार जब अंडा fertilized हो जाता है, तो यह transplantation के लिए फैलोपियन ट्यूब के माध्यम से Uterus तक जाता है। परंतु यदि यह फैलोपियन ट्यूब ही बंद हो तो यह पूरी fertilization process ही पूर्ण नही हो पाती है। इस fertilization process के पूर्ण न होने के पीछे हमारी डाइट की मुख्य भूमिका होती है।
हमारी डाइट का सीधा संबंध हमारे शरीर में होने वाली बीमारियों एवं रोगों से होता है। आयुर्वेद के महान आयुर्वेदाचार्य भागभट्ट जी ने भोजन के संबंध में अष्टांग संग्रह और अष्टांग ह्रदया में महत्वपूर्ण बातें लिखी हैं। आयुर्वेद में भोजन (diet) को औषधि (medicine) माना गया है।
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पिछले कुछ दशको से हमारे खाने में बहुत ज्यादा परिवर्तन देखने को मिला है इसी कारण से नई-नई बीमारियाों का जन्म हुआ है। अधिकांश बीमारियाँ खाने और लाइफस्टाइल के कारण परेशानी का सबब बनती जा रही है। इन्हीं सभी बीमारियों में से एक है ट्यूबल ब्लॉकेज की समस्या जो महिलाओं में होती है । आज के समय में करीब 40 प्रतिशत बांझपन के मामलों में महिलाओं में यह समस्या देखने को मिल रही है। ट्यूबल ब्लॉकेज की समस्या आज एक चिंता का विषय बना हुआ है, क्योंकि इनफर्टिलिटी की समस्या में सबसे बड़ा योगदान ट्यूबल ब्लॉकेज का ही होता है।
डाइट कैसे आपकी फर्टिलिटी को प्रभावित करती है ?
डाइट और लाइफस्टाइल प्रजनन क्षमता में अहम भूमिका निभाते हैं। ऐसे कई प्रमुख पोषक तत्व हैं जो आपके प्रजनन स्वास्थ्य का समर्थन करने में मदद करते हैं। सामान्य तौर पर, Unsaturated fats, साबुत अनाज, सब्जियां और फल पुरुषों और महिलाओं दोनों में बेहतर प्रजनन क्षमता से जुड़ा होता है। जबकि बहुत अधिक saturated fats और refined sugars खराब प्रजनन क्षमता से जुड़े होते हैं।
साबुत खाद्य पदार्थ, साबुत अनाज और सब्जियों से आपकी प्रजनन क्षमता पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। इन खाद्य पदार्थों में विशेष रूप प्रजनन अंग अच्छी क्षमता के साथ कार्य करते है और बेहतर प्रजनन में अच्छा योगदान करते है। ऐसे खाद्य पदार्थों के सेवन से ट्यूब में ब्लॉकेज नही होती है। परंतु यदि बहुत अधिक saturated fat and processed sugars का सेवन करते है तो इससे प्रजनन क्षमता और प्रजनन अंगों पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।
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महत्वपूर्ण डाइट को अपनाकर फैलोपियन ट्यूब को कैसे करें अनब्लॉक – How to unblock fallopian tubes by adopting important diet –
- लहसुन – लहसुन में बहुत सारे प्राकृतिक गुण होते है। लहसुन न केवल हमारे भोजन में स्वाद जोड़ता है, बल्कि इसमें immunity को बढ़ावा देने के लिए amazing antibiotic और anti-inflammatory गुण भी होते हैं। यह blood circulation में सुधार और Mark को कम करने में भी मदद करता है।
- आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियाँ – लहसुन के समान दालचीनी और हल्दी (Cinnamon and Turmeric), रक्त परिसंचरण को बढ़ाने, सूजन को कम करने, scars and blockages को रोकने के लिए बहुत ही अच्छे माने जाते हैं। आप इन जड़ी-बूटियों को अपनी चाय और daily diet में शामिल कर सकती हैं।
- आहार में सुधार करें – हर महीने डिटॉक्स करने की कोशिश करें । क्योंकि ऐसा करने से आपके शरीर को स्वाभाविक रूप से लीवर और किडनी जैसे महत्वपूर्ण अंगों से हानिकारक विषाक्त पदार्थों और धातुओं को खत्म करने में मदद कर सकती है। healthy diet विकल्प बनाने से आपके संपूर्ण स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए पोषक तत्वों को अवशोषित करने की आपके शरीर की क्षमता में सुधार होता है।
- अदरक – अदरक के एंटीऑक्सिडेंट और Anti-inflammatory गुण होते है। अदरक जिंजरोल से बना एक सामान्य घटक है और विषाक्त पदार्थों को खत्म करता है। अदरक सूजन को कम करता है। दिन में कुछ बार केवल अदरक वाली चाय पीने की कोशिश करें।
- विटामिन सी – विटामिन सी हमारे शरीर को हमारे द्वारा खाए जाने वाले भोजन से आयरन को अवशोषित करने में मदद करने के लिए आवश्यक है। संक्रमण के कारण होने वाले ट्यूबल ब्लॉकेज स्वाभाविक रूप से आपके विटामिन सी के सेवन को संतरे और नींबू जैसे विभिन्न खट्टे खाद्य पदार्थों के साथ या ब्रोकोली और हरी मिर्च जैसी सब्जियों के साथ बढ़ा सकते हैं।
- ध्यान (meditation) – ध्यान के साथ तनाव को कम करें। तनाव कई स्वास्थ्य समस्याओं का एक प्रमुख कारण है और बांझपन का एक प्रमुख कारण है। ध्यान आपके शरीर को हार्मोन के स्तर को regulated करने और अपने दिमाग को तनाव मुक्त करने में मदद करने के लिए एक प्रभावी तकनीक है।
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यदि आप हेल्दी डाइट को फॉलो कर रही है तो इसमें यह भी ध्यान देने वाली बात है। कि आपको कुछ आदतों और फूड्स को इग्नोर भी करना होता है।
- स्टोप स्मोकिंग – धूम्रपान और शराब पीना बंद करें । तंबाकू का उपयोग और शराब का सेवन कई गंभीर स्वास्थ्य स्थितियों का कारण माना जाता है और यह बांझपन का कारण साबित हुआ है। अपने संपूर्ण स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए इन बुरी आदतों को खत्म करने के लिए कदम उठाना शुरू करें।
- जंक फूड और फास्ट फूड्स को कम करें – अधिकांश जंक फूड और फास्ट फूड्स मैदे से बनते है । इसके सेवन से शरीर में अधिक फैट बनना है जो ट्यूब को ब्लॉक कर सकता है।
- कोल्ड ड्रिंक – कोल्ड ड्रिंक पाचन क्रिया का सुस्त कर देता है और पेट से संबंधित बहुत सारे रोग पैदा करता है। इसलिए कोल्ड ड्रिंक को कम पीने की कोशिश करें।
- ज्यादा मीठा खाना और ज्यादा खट्टा खाने से बचें – जरुरत से ज्यादा खट्टा मीठा खाने से शरीर के हार्मोन अपना संतुलन खो बैठते है । जो कि शरीर के लिए अच्छा संकेत नही है।
- तीखा और मसालेदार खाना – तीखा और मसालेदार खाना हर तरह से सेहत के लिए नुकसान दायक होता है। ऐसे खाने से शरीर में जलन और वजन दोनो बढ़ते है । तो ऐसे कोशिश करना चाहिए की ऐसा खाना खाने से जितना ज्यादा बच सकें तो बचने की कोशिश करें।