विश्व आयुर्वेद दिवस महिला स्वास्थ्य को समर्पित | World Ayurveda Day dedicated to women’s health
प्रतिवर्ष धनतेरह या धन्वन्तरी जयंती को विश्व आयुर्वेद दिवस के रुप में मनाया जाता है। धन्वन्तरी जयंती को वर्ष 2016 से सर्व सम्मति से विश्व आयुर्वेद दिवस की मान्यता प्राप्त हुई है। इस दिन को आयुष मंत्रालय के साथ पूरा विश्व आयुर्वेद दिवस के रुप में मनाता है। कोविड-19 महामारी के प्रबंधन में आयुर्वेद की संभावित भूमिका सराहनीय रही है।
आयुर्वेद स्वस्थ जीवन का विज्ञान है। आयुर्वेद के सभी सिद्धांतो का पालन करते हुए आशा आयुर्वेदा पूरी तरह से महिला स्वास्थ्य को समर्पित है। आयुर्वेद प्रकृति के साथ और प्रकृति के करीब रहकर जीवन जीने की कला सिखाता है। आयुर्वेद स्वस्थ जीवन का आधार है।
आयुर्वेद दिवस का उद्देश्य उसके अद्वितीय उपचार (unique treatment) सिद्धांतों की शाक्तियों पर ध्यान केन्द्रित करना है। हमारे देश के ओज्स्वी प्रधान मंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी भी आयुर्वेद अपनाने पर भी हर किसी देशवासी को प्रेरित करते है। आशा आयुर्वेदा भी आयुर्वेद की प्रगति और विकास के द्वारा मेल एवं फिमेल इनफर्टिलिटी जैसी गंभीर समस्याओं को दूर करने में एक अलग पहचान बनाई है। आशा आयुर्वेदा पूरे देश के साथ-साथ पूरे विश्व में फर्टिलटी के नेतृत्व (Fertility Leadership) में अहम भूमिका निभा रहा है।
आयुर्वेद एक स्पष्ट, संक्षिप्त (clear, concise) और सहयोगी विज्ञान है। आयुर्वेद जीवन के हर पहलू को शामिल करता है। पंचकर्मा पद्धति लोगों के मन और शरीर में संतुलन लाकर स्वास्थ्य प्रदान करता है।
विश्व आयुर्वेद दिवस के अवसर पर आशा आयुर्वेदा की संचालक डॉ चंचल शर्मा कहती है कि “हजारों वर्षों से मानव के स्वास्थ्य के लिए जितनी भी औषधि (medicine) बनी है, जल , थल, वायु, अग्नि और पानी से बनी है। आयुर्वेदा हजारों वर्षो का वेदा (विज्ञान) है।
आज भी हर आधुनिक दवाई (modern medicine) में उपयोग होता है। तो क्यों न हम अपने देश की 5000 हजार वर्ष प्राचीन इस विद्या (वेदा) को अपनाएं। क्योंकि यह हमारी बुद्धि, शरीर और ऊर्जा का संतुलन रखता है। आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धति का राष्ट्रीयकरण करने और इसे वैश्विक बनाने के लिए आयुर्वेद दिवस मनाने के लिए धन्वंतरि जयंती को प्राथमिकता दी गई।
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आयुर्वेद दिवस के इस मौके पर चर्चा करते है कि कैसे आयुर्वेद महिला स्वास्थ्य में अपनी अच्छी भूमिका अदा करता है –
महिला स्वास्थ्य एक ऐसा विषय है, जिस पर ध्यान देने की बहुत ही ज्यादा जरुरत है। महिलाओं के जीवन में होने वाली स्वास्थ्य समस्याएं जैसे – सफेद पानी आने की समस्या (ल्यूकोरिया), पीसीओडी, अनियमित पीरियड्स, रजोदर्शन, रजोनिवृत्ति इत्यादि सब में कुछ न कुछ बढ़ते ही जा रहे है। समय से अगर इन बीमारियों पर ध्यान नही दिया गया तो यह गंभीर हो कर समस्याएं पैदा कर सकते है। इस सभी महिला स्वास्थ्य परेशानियों को आयुर्वेदिक चिकित्सा से महिला स्वास्थ्य को सुधारा जा सकता है।
प्रत्येक महिला अपने जीवनकाल में कई शारीरिक उतार-चढ़ाव से गुजरती है। महिला के जीवन में होने वाले कुछ प्राथमिक परिवर्तन जैसे रजोदर्शशन (Menarche), गर्भावस्था (pregnancy), प्रसवोत्तर (postpartum ) और रजोनिवृत्ति (menopause) । महिला के तीन अनोखे अंग, जो उसे पुरुष से अलग बनाते है। गर्भाशय (uterus), अंडाशय (ovaries),स्तन (breast) और योनि (Vagina) है। जो एक महिला के स्वास्थ्य के हर पहलू में एक प्रमुख भूमिका निभाता है। महिला हार्मोन समान रूप से महत्वपूर्ण कारक हैं। क्योंकि वे विभिन्न शारीरिक और भावनात्मक परिवर्तनों में महत्वपूर्ण होते है।
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आयुर्वेद महिला के प्रारंभिक हार्मोन परिवर्तन से लेककर रजोनिवृत्ति तक पूरा ख्याल रखता आया है। रजोनिवृत्ति एक ऐसा समय है जब महिलाओं को अपने Family और community से समर्थन आवश्यकता होती है। क्योंकि जब महिलाएं तनाव और भय से मुक्त होती हैं, तो menopause के कई कठिन लक्षण अपने आप ही समाप्त हो जाते हैं।
हालाँकि, जब अधिक जटिलताएं (Complications) होती हैं। तो आयुर्वेद कुछ प्रभावी उपचार प्रदान करता है। विशिष्ट हर्बल फ़ार्मुलों के अलावा गर्म पौष्टिक भोजन आवश्यक है।
भोजन में साग और minerals के साथ तेल या घी के रूप में कुछ वसा होना चाहिए। कम मीठा बेहतर है, लेकिन पूर्ण परहेज नहीं है। जब महिालाएं 40 से 50 के बीच होती है । उस दौरान खट्टा और कसैला स्वाद अच्छा होता है। इसके अतिरिक्त बादाम का दूध, दो से चार खजूर मिलाकर पीने से स्वास्थ्य अच्छा रहता है।
कफ-प्रकार वाली महिलाओं के लिए सरसों का तेल, और पित्त-प्रकार की महिलाओं के लिए नारियल या घी विशेष रूप से अच्छा है। सभी प्रकार के संतुलित भोजन, मौसमी फल, व्यायाम और योग को महिला की व्यक्तिगत प्रकृति (personal nature) और वर्तमान स्थिति के अनुसार चुना जाना चाहिए।
आखिरी में आयुर्वेद दिवस के अवसर पर यही संदेश देना चाहिते है। कि आयुर्वेद हर किसी के जीवन में महत्वूपूर्ण भूमिका निभाता है। आयुर्वेद एक प्राचीन चिकित्सा विज्ञान है। जो हमारी आधुनिक जीवन शैली (Modern lifestyle) को सही दिशा की ओर ले जाने में मदद करता है।